उसके दिल पर भी क्या खूब गुज़री होगी,
जिसने इस दर्द का नाम, मोहब्बत रखा होगा।
कर के बेचैन मुझे फिर मेरा हाल न पूछा,
उन्होंने नजरें फेर ली मैंने भी सवाल न पूछा।
एक ही शब्द काफी है मेरे सुकून के लिए,
अगर तु कह à दिल से कि तुम खास" हो मेरे लिए।
कभी टूटा नही मेरे दिल से तेरी याद का रिश्ता,
गुफ़्तुगू जिस से भी हो ख़याल तेरा ही रहता है।
रात भर तारीफ करता रहा तेरी चाँद से,
चाँद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया।
जो अपने साथ कुछ साये इकठ्ठा कर लिए तूने,
तुझे लगने लगा सूरज तेरी मर्ज़ी से ढलता है।
कर दो तब्दील अदालतों को मयखानों में साहब,
सुना है नशे में कोई झूठ नहीं बोलता।
तन पर जैसे ही पड़ी सावन की बरसात,
बेकाबू दिल हो गया मचल गए जज़्बात।
तू रूठा रूठा सा लगता है कोई तरकीब बता मनाने की,
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा तू क़ीमत बता मुस्कुराने की।
थक गए हैं कर कर के मिन्नतें अफसोस,
किनारे हैं कि मिलने पे ही नहीं आ रहे।
देखी थी एक रात तिरी ज़ुल्फ़ ख़्वाब में,
फिर जब तलक जिया मैं परेशान ही रहा।
कर्म करो तो फल मिलता है।आज नहीं तो कल मिलता है,
जितना गहरा अधिक हो कुआँ उतना मीठा जल मिलता है।
लोग पूछते हैं मुझसे मेरी खुशियों का राज़,
इजाज़त हो अगर तो आपका नाम बता दूं।
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